जिला उर्वरक-बीज-कीटनाशी विक्रेता संघ की ओर से गुलाबबाग स्थित होटल शाइन में जिला स्तरीय विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में जिले के विभिन्न इलाकों से सैकड़ो विक्रेता शामिल हुए। जिला अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा ने अन्य पदाधिकारियों के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की भब्य शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विक्रेताओं के साथ होने वाले समस्याओं पर प्रकाश डाला। साथ ही इन समस्याओं से निपटने के लिए संघ के सभी सदस्यों से एकजुट होने का अपील भी किया।
मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि थोक विक्रेताओ के मनमानी रवैये के कारण खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के खुदरा विक्रेताओं को काफी परेशानी होती है जिसका सीधा असर किसानों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि बाढ़ सुखाड़ जैसे हर मौसम में खुदरा बिक्रेता सीधे किसानों से जुड़े होते है। पैसे न होने पर भी उनकी मदद करते है। फसल उपजा हो जाने के बाद छोटे मझोले दुकानदारों को पैसा मिलता है। मगर हमारी समस्या को न सरकार समझ रही है न आम लोग। उन्होंने यूरिया खाद का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले से खुदरा बिक्रेता रुपौली, बायसी रौटा जैसे सुदूर जगहों में ले जाते है, जिसका किराया सरकार न जिला प्रशासन द्वारा दिया जाता है। जिसके वजह से किराया के एवज में 10 रुपया लिखित मूल्य से ज्यादा लेना पड़ता है। अगर यह नहीं लिया जाएगा तो खुदरा बिक्रेताओं को भूखे मरने की नौबत आ जायेगी, इस बात को भी समझने की जरूरत है।
इस मौके पर संघ के प्रधान महासचिव भरत भगत ने कहा कि संबंधित विभागों द्वारा भी हमारी चट्टानी एकता को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, मगर हम सभी खुदरा बिक्रेता दुःख सुख में एक दूसरे के साथ है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भरे लहजे से कहा कि हमारे बिक्रेता भाइयो को परेशान करना बंद करें अन्यथा हम आंदोलन पर उतारू हो जाएंगे।
संघ ने इस सम्मेलन के माध्यम से जिला प्रशासन से किसान हित मे उचित पहल करने का मांग किया है। इस मौके पर पवन चौधरी, प्रमोद चौधरी, अरविंद जायसवाल, अनंत मोदी, पिंकू यादव, बर्जुन सिंह, अजय सिंह, विजय मंडल, मो वसीम, शंकर चौधरी, अभिषेक खेतान, वीरेंद्र कुशवाहा, रूपेश साह, सर्बुल आलम एवं मो अमीन शामिल थे।
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